Poetry

Yaado Ki Nami

यादो की नमी | Yaado Ki Nami | Best Poetry
Written by Abhilash kumar

आज बैठा हुँ तो ख्याल आता है
की में तुमसे वो दुबारा क्यों न कह सका,

क्यों न समझ पाया की कुछ भी मन चाहा इतनी आसानी से मिलता ही नहीं
सोचा तुम्हे दुःख होगा मगर पल पल मिटा में भी तो हुँ ,
जानता हु ये पागलपन है पर य पागलपन बेवजह तो नहीं !!

ज़िंदगी जी रहा हूँ , मगर महसूस करता हु दोनों तरफ सूरज को
न सहारा है , न ही आरज़ू , फिर भी वीरानगी में तुम्हे तलाश करता हूँ ,

जब कभी शाम अपना हक़ मॉँग बैठती है बस मुस्कुरा के दो पल हस्ता हूँ ,
पर वो पूछ बैठती है , क्या इतना मुश्किल है ?? की इसके लिए भी कोशिश करता हूँ !!

उसकी आँखों के सूनेपन में मेरी ही परछाई मुझे तड़पाती है !
वो एक लम्हा जब जेहन में आता है, बिखर जाता है आवेश
तस्वीरें चंद टुकड़े नज़र आती है !!

ज़िन्दगी पर छायी जो काली रात है
पसन्द है मुझे क्युकी वो तुम्हारी आँखों की याद दिलाती है !

मगर इस चेहरे का अंजानपन मेरे लिए रेत के घर जैसा है !
जिनमे से ज़िन्दगी धीरे – धीरे रेत मानिंद सी फिसलती जाती है

सिर्फ यादो की नमी है जो दिलने समेट रखीं है
किसी को दिखा नहीं सकता , घबराता हूँ की वो भी खो दूंगा
मगर चाहता हूँ कुदरत मेरी साँसों के बदले कुछ आँशु तुम्हे भी बक्शे
कम से कम यूँ ही तुम्हारे चेहरे को छू तो सकूंगा !!

अजीब सा है ये रिश्ता , जो अपरिभाषित है , या यूँ कहे की कभी बना ही नहीं
शायद कही कुछ कमी होगी , इस लिए तो ये सवाल उठा ज़ेहन से ,
मगर तुम्हारे दिल तक कभी गया ही नहीं !!

Yaado Ki Nami

और गलत है ये सब क्युकी तुमने कहा है
फिर भी में इसे सही समझता हूँ
इसलिए यही मेरी सज़ा है !

सज़ा उस एहसास की , जो अनजाने में तुमसे मिला है
सजा इस बात की , कि दिल को जो महसूस हुआ मैंने उस पर यक़ीन किया है !!

हाथ बंधे ये तभी सपनो मे में ज़माने के रंग कभी भर नहीं पाया
मगर क्या करू न म दुनिया की सोचता हूँ
न दुनियादारी समझ पाया !!

मैं यही समझता रह गया की मेरी दुनिया
तुम से शुरू हो कर तुम पर ही ख़तम होती है !
मगर भूल गया इस जज़्बातो के लिए दुनिया में कोई जगह नहीं होती !!

आज हौसला है , मंज़िल है , लोग है , महफिले है
मगर एक कमी है जो कोई भर नहीं सकता
क्युकी तुम वो नहीं जिसके साथ में जीना चाहता हूँ
तुम वो हो जिसके बिना में जी नहीं सकता !!!!

Note:- यह कविता  ( Nikita Chaurasia ) द्वारा submit की गयी है अगर आप भी अपनी कविता को हमारी Website lajawabhindi.com  पर  publish  करना चाहते है तो हमे इस  email ( aamabhilash@gmail.com ) पर भेज सकते है ! धन्यवाद ..

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