क्रिसमस (christmas) ईसाइयो तथा गैर ईसाइयो में मनाया जाने वाला एक त्यौहार है इस त्यौहार को खासकर ईसाइयो में हर्षो उल्ल्लास के साथ मनाया जाता है क्यूंकि इस दिन ईसा मसीह या जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था इस दिन सभी क्रिसमस Tree को सजाते है एक दूसरे को उपहार देते है और सांता क्लोज बन कर बच्चो को उपहार बाँटते है !
इतिहास (History of christmas)
ईसाई धर्म के अनुसार इस दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म 7 से 2 BCE के बीच हुआ था पहले ईसा मसीह का जन्म क्रिसमस christmas Day के रूप में नहीं मनाया जाता था वो तो जब रोमन साम्राज्य के सम्राट ने ईसाई धर्म को राजधर्म बनाया तब जाकर ही इस धर्म को थोड़ा महत्त्व मिलना शुरू हुआ !
क्रिसमस को पहली बार 354 CE में मनाया गया था जब रोमन साम्राज्य के एक पुराने त्यौहार की जगह ,जोकि चंद्र पंचांग पर आधारित था जोकि लम्बी सर्दी के बाद बसंत के आगमन इस पर मनाया जाता था दिन प्रत्येक व्यक्ति अपने गाँव की भूमि का दौरा करते थे, क्रिसमस Day मनाया जाने लगा !
क्यों मानते है क्रिसमस (Why do we celebrate christmas?)
25 दिसंबर का अलग अलग धर्मो के अंदर महत्त्व है !
ईसाइयो में 25 दिसंबर का महत्त्व
शुरू में किसी को भी पता नहीं था कि ईसा मसीह का जन्म कब हुआ था ? वो तो जब एक लेखक सेक्स्तुस जूलियस अफ्रिकानुस ने अपनी किताब च्रोनोग्रफिई जोकि 221 CE में लिखी गयी , में यह कहा कि ईसा मसीह का जन्म 25 दिसम्बर को हुआ था ! तब से इस दिन तरह तरह की दावते आयोजित की जाती थी लेकिन पहली बार अच्छे से क्रिसमस Day 354 CE में मनाया गया था !
यीशु की माता का नाम मैरी था तथा उनका जन्म अस्तबल में हुआ था क्रिसमस के दिन से 12 दिनों तक चलने वाले त्यौहार क्रिसमसटाइड की शुरुआत होती है ! ज्यादातर देशो में 25 दिसंबर को ही क्रिसमस Day मनाया जाता है लेकिन आर्मीनियाई चर्च 6 जनवरी को तथा ग्रेगोरियन कैलेंडर में 7 जनवरी को क्रिसमस मनाया जाता है क्यूंकि दोनों कैलेंडर में 13 दिनों का अंतर है !
भारत में 25 दिसंबर, बडा दिन
भारत और इसके पड़ोसी देशो में 25 दिसंबर को बडे दिन के रूप में मनाया जाता है क्यूंकि ऐसा अंग्रेज़ो ने कहा था कि इस दिन से दिन बडे और राते छोटी होने लगती है इसलिए इसको बडे दिन के रूप में मनाया जाता है लेकिन भारतीय परम्पराओ के अनुसार गर्मी का आगमन यानि बडे दिनों की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होती है !
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सांता क्लोज
सांता क्लोज जोकि इस त्यौहार से जुड़ा हुआ माना जाता है जिसको फादर ऑफ़ क्रिसमस भी कहते है इनके अस्तित्व को लेकर लोगो में कुछ शंकाए है
पुराणों ग्रंथो के अनुसार तीसरी शताब्दी में मायरा में संत निकोलस का जन्म हुआ था और बचपन में ही उनके माता पिता के गुजर जाने का बाद इनका एकमात्र विश्वास केवल ईसा मसीह पर था ! बडे होकर वो पादरी बने और लोगो की मदद करने लगे ! रात के समय में वो सोये हुआ बच्चो और लोगो को गिफ्ट दिया करते थे संत निकोलस के कारण ही बच्चो और बडे लोग , क्रिसमस का इंतज़ार करते थे !
आधुनिक समय में सांता क्लोज की छवि पहली बार में अमेरिकी कार्टूनिस्ट थॉमस नस्ट ने बनाया था !1863 से वह हर साल सांता क्लोज की एक नयी छवि बनाते थे जिसके कारण सांता क्लोज की छवि लोगो के मन में बैठ गईं !
खैर जो भी कारण हो सांता क्लोज का इंतज़ार तो सभी बच्चे करते है !
उत्सव
Christmas की तैयारी बहुत पहले ही शुरू कर दी जाती है इसमें घर के अंदर क्रिस्टमस Tree को सजाया जाता है ! लोगो की छुट्टिया शुरू होती है ! लोग एक दूसरे को उपहार देते है, चर्च में जाकर सामूहिक प्रार्थना करते है, इस उत्सव के लिए चर्च को बहुत सजाया जाता है तथा 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक चर्च में तरह तरह के कार्यक्रम होते रहते है,लोग केक काटते है तथा बहुत मौज़ मस्ती करते है, खेल खेले जाते है, नाटक दिखाए जाते है ,जलूस निकाले जाते है ,जीसस की झाकिया निकली जाती है !
आमतौर पर क्रिसमस के कारण छोटे छोटे व्यापारियों का बहुत ज्यादा फायदा होता है क्यूंकि वो अपनी दुकानों में सजावट के सामान , उपहार और अन्य सामाने से भर लेते है जिसकी जरुरत क्रिसमस पर होती है ! अमेरिका में , क्रिसमस की खरीदारी का मौसम Black Friday को शुरू होता है इस दिन लोगो की तरह तरह के Discounts दिये जाते है और अब तो भारत में भी Black Friday बहुत ज्यादा Famous हो रहा है !