आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी disease के बारे में जिसका नाम आपने अक्सर सुना होगा। यह बहुत ही कॉमन बीमारी है जो लोगों को अक्सर हो जाती है और समय से इसका इलाज (treatment) ना कराया जाए तो यह काफी खतरनाक भी साबित हो सकती है, इस बीमारी का नाम है एनीमिया (Anemia)। साथ ही आपको बताएंगे Anemia disease के लक्षण (synonyms), कारण(causes) और उपचार(treatment) के बारे मे। तो आइये जानते है Anemia disease के बारे में सब कुछ।
Anemia disease क्या है ? (What is Anemia )
साधारण भाषा में समझे तो एनीमिया शरीर में रक्त(blood) की कमी को कहते हैं। जब हमारे blood में Red blood cells (RBC) की कमी हो जाती है तो यह एनीमिया को प्रेरित करता है। ऐसे मे शरीर के रक्त में लाल कणों या कोशिकाओं(RBC) के नष्ट होने की दर, उनके निर्माण की दर से अधिक होती है।
इसके साथ ही हमारे खून मे हीमोग्लोबिन (haemoglobin) की मात्रा कम हो जाती है। पुरुषों में इसकी मात्रा 12 से 16 प्रतिशत तथा महिलाओं में 11 से 14 के बीच होना चाहिए। हिमोग्लोबिन(haemoglobin) मनुष्य के शरीर में ऑक्सीजन(oxygen) ट्रांसफर करने में मदद करता है। ऐसे में अगर haemoglobin की मात्रा कम हो जाती है तो पूर्ण रूप से ऑक्सीजन अलग अलग बॉडी के पार्ट्स में ट्रांसफर नहीं हो पाती है।
Anemia disease के लक्षण (Symptoms)
★ आपने अक्सर देखा होगा कि कभी-कभी आपकी त्वचा पीली (pale skin) सी पड़ने लगती है यह एनीमिया का एक लक्षण है।
* इसका एक साधारण लक्षण(symptom) भी यह है कि जब आप बैठ कर उठते हैं तो एकदम से चक्कर आते हैं।
★ इस दौरान काफी थकावट भी महसूस होती है और अक्सर जल्दी-जल्दी चक्कर आते हैं और कभी कभी हम बेहोश भी हो जाते हैं। थोड़ा काम करने के बाद जल्दी से सांस फूलने लगती है।
* Anemia से चेहरे एवं पैरों पर भी अक्सर सूजन दिखाई देती है।
★ हृदय गति (heartbeat) का तेज चलता भी इसका एक लक्षण है।
Anemia disease के कारण ( Causes of Anemia)
आयरन(Iron) की कमी
एनीमिया होने का सबसे बड़ा कारण है हमारे डाइट (diet) में आयरन की कमी होना। हमारे शरीर को एक अच्छी मात्रा में आयरन(iron) की जरूरत होती है। अगर हमको आयरन(iron) अच्छी मात्रा में नहीं मिलेगा तो सबसे ज्यादा संभावना है कि हमको anemia हो सकता है।
मलेरिया के बाद
मलेरिया(Malaria) के बाद अक्सर एनीमिया हो जाता है। मलेरिया से लाल रक्त कण(rbc) की कमी हो जाती है जो कि एनीमिया को बढ़ावा देता है।
खून की कमी से
जब शरीर में खून की अचानक से कमी पड़ जाती है तो anemia होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। जैसे आपरेशन के दौरान या फिर बच्चे को जन्म देने के दौरान अक्सर खून की कमी हो जाती है।
विटामिन B-12 की कमी
विटामिन B-12 लाल रक्त कण बनाने में काफी मददगार साबित होता है ऐसे में इसकी कमी के कारण एनीमिया हो सकता है।
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Anemia disease के उपचार ( Treatment)
इसका उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आप को किस प्रकार का एनीमिया हुआ है। आइए आपको बताते हैं कि आपको कब कौन सा उपचार कराना चाहिए या फिर कौन सा परहेज करना चाहिए।
* आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
अगर आपको आने में आयरन की कमी की वजह से हुआ है तो आपको आयरन से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। पालक(spinach) एवं दलिया में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके अलावा आप मार्केट में उपलब्ध आयरन युक्त सप्लीमेंट(supplement) भी खरीद सकते हैं।
★ विटामिन की कमी से होने वाला एनीमिया
Anemia विटामिन की कमी से हुआ है तो ऐसे में हमको विटामिन B12 से भरपूर खाने का सेवन करना चाहिए।
* थैलासीमिया (Thalassemia)
इस प्रकार का एनीमिया folic acid की कमी की वजह से होता है। तो ऐसे मे आपको हरी सब्जियां, मूंगफली, अंडे, मछली , मशरूम(mushroom) , आदि का सेवन उचित मात्रा में करना चाहिए। इन सब में फोलिक एसिड(folic acid) की मात्रा काफी पाई जाती है और यह इस प्रकार के एनीमिया से उभारने में काफी मददगार है।
★ अप्लास्टिक एनीमिया ( Aplastic Anemia)
इस प्रकार के एनीमिया में blood change किया जाता है साथ ही ऐसा भी हो सकता है कि आपको bone marrow transplant भी करवाना पड़े।
इसके साथ ही एनीमिया से बचने के लिए –
* संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छ drinking water ही इस्तेमाल करें।
★ स्वच्छ शौचालय का प्रयोग करें।
* खाना iron की कड़ाही में पकाएं।
Anemia disease से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some interesting facts)
India में 80 प्रतिशत से अधिक गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं।
एनीमिया से विश्व भर की 24.8% population प्रभावित है।
अब तक 400 types की एनीमिया को पहचाना जा चुका है।
Anemia इंसानों के अलावा कुत्तों एवं बिल्लियों को भी हो सकता है।
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