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Dipression Se Bachne Ka Tareeka ( डिप्रेशन से बचने का तरीका )

depression
Written by Abhilash kumar

डिप्रेशन यह नाम अब हर किसी व्यक्ति की जिंदगी में आम सा हो गया है. आज के दौर में हर दूसरा व्यक्ति डिप्रेशन की बीमारी से ग्रस्त है. इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई अपने काम में इतना व्यस्त हो गया है कि खुद के लिए समय ही नहीं बच रहा. चाहे फिर कोई छोटा बच्चा हो या कोई बुजुर्ग, हर व्यक्ति को किसी ना किसी प्रकार का डिप्रेशन यानी तनाव है. डिप्रेशन को आमतौर की भाषा में तनाव कहा जाता है.
तनाव किसे बड़ी मुसीबत के आने पर ही नहीं होता बल्कि आजकल तो इंसान हर छोटी बात पर तनाव लेने लग जाता है. एक मामूली सा उदाहरण ले तो बच्चे आजकल जॉब और पढ़ाई को लेकर चिंता में है तो वहीं बड़े स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां और अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता ग्रस्त हैं. डिप्रेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान ना तो अपने मन की सुन पाता है और ना ही अपने दिमाग की. वह बस अशांत, भावना अस्थिर और अस्वस्थ महसूस करता रहता है. इन सबशारीरिक एवं मानसिक प्रतिक्रियाओं की वजह से हमारा जीवन, हमारी दिनचर्याऔर हमारा मानसिक विकास भी क्षतिग्रस्त हो जाता है.
अगर आप भी डिप्रेशन जैसी समस्या से ग्रस्त है और इससे बचने का तरीका ढूंढ रहे हैं तो यहां दी गई जानकारी आपके लिए साबित होगी.

आत्मिक जागरूकता

आजकल लोग अपनी आत्मा की आवाज को कम और इस भाग दौड़ भरी जिंदगी की जरूरतों को ज्यादा महत्व देने लगे हैं. ऐसे में मैं समझ नहीं पाते कि उनका शरीर और उनका मानसिक दिमाग क्या मांग रहा है. जिसके कारण में हमेशा दुविधा में रहते हैं. ऐसे में जरूरी है अपनी आत्मा की आवाज सुनना और पहचानना की असल में हम चाहते क्या है. + अपनी आत्मा को जागरुक करके हम तनाव जैसी स्थिति से बच सकते हैं.
डिप्रेशन

मदद मांगे

अगर आप किसी मुसीबत में है तो अपनों से मदद मांगने में कोई बुराई नहीं है. अकेलापन भी तनाव का एक बहुत महत्वपूर्ण कारण है. इसलिए जरूरी है कि आप अपने मां बाप से, अपने दोस्तों से अपने सहकर्मियों से और अपने जीवनसाथी से बात करें. कभी कभी बात करने से ही बड़ी से बड़ी मुसीबत का हल मिल जाता है.

रोजाना व्यायाम करें

व्यायाम सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं एवं मानसिक विकास के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है. सकारात्मक ऊर्जा भी पैदा होती है जो हमें अच्छा सोचने में मदद करती है. इतना ही नहीं व्यायाम से शरीर में हार्मोन का स्त्राव होता है जिसकी वजह से हमारा दिमाग स्थिर रहता है और हम तनाव वाले विचारों से दूर रहते हैं.
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जिंदगी से थोड़ा ब्रेक ले

अपने आपको छुट्टियों का तोहफा दे. इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम भूल जाते हैं कि हमारे शरीर को नकारात्मक विचारों से दूर रखना भी जरूरी है. इसके लिए जरूरी है कि आप अपने आप को कम से थोड़ी छुट्टी दें और अपने अंदर सकारात्मक विचार पैदा करने की कोशिश करें. अगर कभी ऐसा होता है कि आप खुद को तनावग्रस्त महसूस करते हैं तो ज्यादा सोचिए मत अपना सामान लीजिए और एक अच्छी सी छुट्टी पर निकल जाइए. इससे ना ही आप सिर्फ तनाव दूर होंगे बल्कि अपनी जिंदगी के अकेलेपन को और बोरियत को भी दूर कर पाएंगे

अपने आहार को संतुलित करें

मन और शरीर को स्वस्थ और तनाव से रहित रखने के लिए जरूरी है कि हम एक संतुलित आहार लें. अपने खाने में फल सब्जियां फलियां और दूसरे विटामिंस और कार्बोहाइड्रेट्स को जोड़ें. अच्छा भोजन अच्छे मन की राह दिखाता है.

वजन कम करें

कभी-कभी वजन बढ़ने से भी हम तनावग्रस्त रहने लग जाते हैं. यदि आपको अपना वजन एक सामान्य तुलना से अधिक लग रहा है तो इसे कम कीजिए. वजन कम करने से ना तो सिर्फ आपका शरीर स्वस्थ स्वस्थ रहेगा बल्कि आप का मन भी खुश रहेगा.
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अच्छे लोगों की संगति में रहे

अच्छे लोगों की संगति में रहने से हमें एक सकारात्मक ऊर्जा मिलती है जो हमें तनाव से लड़ने में और उस से मुक्त होने में मदद करती है. इसलिए जरूरी है कि हम अच्छे लोगों की संगति में रहे और खुद को सकारात्मक महसूस करने में मदद करें.

नकारात्मकता भरे लोगों से दूर रहें

ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखें जो आपको नेगेटिव सोच यानी नकारात्मक सोच की तरफ लेकर जाते हैं. ऐसे लोग सिर्फ दूसरों को नीचा दिखाने पर ही विश्वास रखते हैं उन्हें दूसरे के तनाव दर्द दुख से कोई मतलब नहीं होता. अगर आप चाहते हैं कि आप तनावग्रस्त ना रहे तो ऐसे लोगों से जितना हो सके दूरी बनाए रखें और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहना शुरू करें. इससे आप तनाव से मुक्त रहेंगे.

अपने लक्ष्य को पहचाने

अगर आप कोई ऐसी जॉब या नौकरी कर रहे हैं जिसमें आप संतुष्टि प्राप्त नहीं कर पा रहे तो अच्छा होगा कि आप उसे छोड़ दे. जब हमारा मन और दिमाग संतुष्ट एवं शांत नहीं होता तब नकारात्मक ऊर्जा पैदा होने लगती है और हम तनावग्रस्त रहने लगते हैं. ऐसे में जरूरी है अपने लक्ष्य पर ध्यान देना और यह जानना कि हम किस तरह की नौकरी करने में खुद को संतुष्ट एवं खुश महसूस करते हैं. कई बार लोग ज्यादा पैसे मिलने के कारण ऐसी नौकरी में लग जाते हैं जो उन्हें मंकी और दिमाग की संतुष्टि नहीं देती. नौकरी में मिलने वाले पैसे से पहले उससे मिलने वाली शांति और संतुष्टि पर ध्यान दें. यदि आप का दिमाग और मन संतुष्ट है और शांत है तो आप अपनी नौकरी और अपनी जिंदगी को अच्छे प्रकार से चला सकेंगे और तनाव ग्रस्त होने से भी बचेंगे.

अपने आप को दुनिया से दूर करना बंद करें

कई बार हम सोचते हैं कि अगर हम दुनियादारी से दूर रहेंगे तो हम शांत रहेंगे. लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. लोगों के बीच रहने से आपको तनाव से मुक्ति पाने के कई कारण और उपाय प्राप्त होंगी. यदि आप अकेले जीवन व्यतीत करते रहेंगे और दुनिया से दूर रहेंगे तो आप अपने अवसाद ग्रस्त जीवन में फस कर रह जाएंगे और अपने तनाव से मुक्त होने का कोई भी उपाय नहीं ढूंढ पाएंगे.
दोस्तों, यह थे कुछ उपाय जिनके द्वारा आप डिप्रेशन से बच सकते हैं. हम आशा करते हैं कि आपको हमारी दी गई जानकारी पसंद आई होगी और आप इस जानकारी से संतुष्ट होंगे. यदि आप हमारे साथ अपने विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी बात जरूर लिखें.
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