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Ram Mandir Vivad

Ram mandir
Written by lajawabhindi.com

वर्तमान समय में भारत में एक मुद्दा बहुत ही ज्यादा गरमाया हुआ है ! यह मुद्दा कोई हाल का उठा हुआ मुद्दा नहीं है ,अपितु यह मुद्दा दशकों पूराना है ! इस मुद्दे को हर आम चुनावो में सिर्फ इसलिए उठाया जाता है ताकि हमारे राजनेता अपनी चुनावी रोटियां सेक सके और शायद यही होता आया है लगभग पिछले कुछ दशकों से ! यह मुद्दा इतना संवेदनशील है कि इसके कारण हिन्दू और मुसलमानो में सांप्रदायिक दंगे तक की सम्भावना बनी रहती है !और यह मुद्दा है रामलला की जन्म भूमि का !

आइये इस विवाद से जुड़े कुछ प्रमुख घटनाओ को क्रमानुसार समझते है

1528 :- बाबर ने में आयोध्या में एक मस्जिद का निर्माण करवाया था जिसको बाबरी मस्जिद कहते है हिन्दुओ के पौराणिक ग्रंथो के अनुसार बाबरी मस्जिद को उसी जगह बनाया गया था जहा रामलला का जन्म हुआ था !
1853:- हिन्दुओ और मुसलमानो के बीच पहली बार हिंसा हुई थी राम मंदिर को लेकर !
1859:- ब्रिटिश सरकार ने मंदिर के परिसर में तारो की बाड़ खड़ी करके, हिन्दुओ और मुसलमानो, दोनों को अलग अलग जगह पर प्रार्थना करने की इजाजत दे दी !
1885:- 1885 में पहली बार यह मामला न्यायालय पंहुचा था महंत रघुबर दास ने राम मंदिर के निर्माण के लिए फैज़ाबाद अदालत में अपील की थी !
23 दिसंबर 1949 :- लगभग 50 हिन्दुओ ने मस्जिद में घुस कर मस्जिद के केंद्रीय स्थल पर भगवान राम की मूर्ति स्थापित कर वहा पर पूजा करना शुरू कर दिया जिसके कारण मुसलमानो ने वहा पर नवाज़ पढ़ना बंद कर दिया !
16 जनवरी 1950:- गोपाल सिंह विशारद ने फ़ैज़ाबाद अदालत से रामलला की पूजा करने की इजाजत मांगी थी !
5 दिसंबर 1950:- महंत परमहंश रामचंद्र दास ने रामलला की पूजा जारी रहने के लिए {मस्जिद के अंदर} मुकदमा दायर किया !
17 दिसंबर 1959:- निर्मोही आखाड़ा ने विवादित स्थल हस्तांतरित करने के लिए अपील दायर की थी !
18 दिसंबर 1961:- उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने बाबरी मस्जिद के मालिकाना हक़ के लिए मुक़दमा दायर किया था !

1984:- विश्व हिन्दू परिषद् ने राम मंदिर का ताला खोलने और रामलला के लिए एक विशाल मंदिर बनाने के लिए अभियान शुरू किया और एक समिति का भी गठन किया !

1 फरवरी 1986:- नाराज़ मुस्लिमो ने बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी का गठन किया था क्यूंकि फैज़ाबाद कोर्ट के न्यायाधीश ने हिन्दुओ को पूजा करने और ताला खोलने की इजाजत दी थी !
1 जुलाई1989:- भगवान् रामलला विराजमान नाम से अदालत में पांचवा मुकदमा दायर किया गया था !
9 नवंबर 1989:- तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने बाबरी मस्जिद के पास शिलान्यास करने की इजाजत दी !
25 सितम्बर 1990:- BJP अध्यक्ष लाल कृष्ण अडवाणी ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर से आयोध्या तक की रथ यात्रा निकाली !
नवंबर 1990:- अडवाणी को बिहार के समस्तीपुर ज़िले में गिरफ्तार कर लिया गया था इसके बाद BJP ने अपना समर्थन वापस ले लिया था !
6 दिसंबर 1992:- हज़ारो कारसेवक ने आयोध्या पहुंच कर बाबरी मस्जिद को विध्वंश कर दिया और एक अस्थाई राम मंदिर को निर्माण किया !
16 दिसंबर 1992:- बाबरी मस्जिद विध्वंश की जांच करने के लिए लिब्रहान आयोग का गठन किया गया !
जनवरी 2002:- अटल बिहारी वाजपेयी ने एक अलग आयोध्या विभाग शुरू किया जिसका काम हिन्दू और मुसलमानो से बातचीत करके मामले को निपटाना था !
अप्रैल 2002:- विवादित जमीन पर मालिकाना हक़ को लेकर उच्च न्यायलय में तीन जजों की पीठ ने सुनवाई की !
मार्च अगस्त 2003:- इलाहबाद उच्च न्यायलय के निर्देश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने आयोध्या में खुदाई की जिसमे उन्होंने पाया कि मस्जिद के नीचे मंदिर होने के अवशेष मिले है !
जुलाई 2009:- लिब्रहान आयोग ने 17 साल बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपनी रिपोर्ट सौपी !
30 सितम्बर 2010:- इलाहबाद उच्च न्यायलय ने फैसला सुनाया कि विवादित स्थल को तीन हिस्सों में बाँटा जाए जिसमे एक हिस्सा राम मंदिर ,दूसरा हिस्सा सुन्नी वक्फ बोर्ड और तीसरा निर्मोही आखाड़े को दिया जाए !
9 मई 2011:- सर्वोच्च न्यायलय ने इलाहबाद उच्च न्यायलय के फैसले पर रोक लगा दी थी !
जुलाई 2016:- बाबरी मस्जिद के वादी हाशिम अंसारी का निधन !
21 मार्च 2017:- सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों धर्मो को बातचीत के द्वारा मामले को सुलझाने के लिए कहा !
19 अप्रैल 2017:- बाबरी मस्जिद को गिराये जाने के लिए लाल कृष्ण अडवाणी ,मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और अन्य लोगो के खिलाफ अपराधिक मुकदमा चलाने का आदेश दिया !

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